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रचना: 2024-04-09
रचना: 2024-04-09 22:38
Repose at Noonday (circa 1911)_Frederick Carl Frieseke (American, 1874-1939)
रोज़मर्रा की ज़िंदगी कभी-कभी बहुत ही साधारण और दोहराव वाली होती है। इसलिए कुछ दिनों में यह बस बेमतलब बीत जाती है। लेकिन ऐसे सामान्य दिनों में भी ऐसे लोग होते हैं जो ज़िंदगी को चमकदार बनाते हैं। वे हैं हमारे दोस्त।
मुश्किल समय में हमारा हाथ थामने वाले और खुशी के पल में हमारे साथ हंसने वाले। दोस्त हमारे हर दिन में छोटी-छोटी खुशियाँ और सांत्वनाएँ भर देते हैं। कभी-कभी एक शब्द, एक छोटा सा काम हमारे दिल को गर्म कर देता है।
"दुनिया चाहे कितनी भी क्रूर क्यों न हो, तुम तो गर्मजोशी और प्यार से भरे हुए हो।"
ऐसा कहने वाला एक दोस्त होना ही अपने आप में एक तोहफा है। इसकी वजह से सामान्य दिन खास हो जाते हैं।
सुबह उठना अच्छा लगता है, और दिन के खत्म होते समय भी मुस्कान आ जाती है। दोस्तों के साथ बातचीत, हंसी और साथ बिताए पल हमारे जीवन को और भी समृद्ध बनाते हैं।
इसलिए मैं आज भी अपने दोस्तों को शुक्रिया कहना चाहता हूँ। तुम लोगों की वजह से मेरे सामान्य दिन चमकदार दिनों से भरे हुए हैं।
"लाखों रुपये देकर भी नहीं खरीद सकते, इन कीमती पलों को साथ बिताने के लिए धन्यवाद।"
दोस्त होने की वजह से रोज़मर्रा की ज़िंदगी साधारण नहीं रह सकती। जीवन को रोशनी से भरने वाले, मेरे जीवन को रोशनी से भरने वाले, सबसे कीमती लोग। सामान्य दिनों को चमकदार बनाने वाले उन लोगों का मैं दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ।
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