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durumis AI द्वारा संक्षेपित पाठ
- मेरे दोस्त के कहने 'प्रत्येक दिन प्रेरणा बने' से मैं सहमत हूं।
- डर को हिम्मत में बदलने से जीवन में प्रेरणा आ जाती है।
- छोटी सी हिम्मत और कार्य मिलकर एक सुंदर जीवन बनाते हैं।
बगीचे में_व्लादिस्लाव पोडकोविंस्की (पोलिश, 1866-1895)
हाल ही में मैंने अपने एक मित्र से एक ऐसी बात सुनी जो मेरे दिल को छू गई।
"मेरी इच्छा है कि आपके हर दिन सहनीय नहीं बल्कि प्रभावशाली हो।"
यह बात सुनते ही मेरी आँखों में अनायास पानी आ गया।
यह सोचकर मेरा मन भावुक हो उठा कि हमारे जीवन का हर पल प्रभावशाली हो सकता है।
अपने मित्र की बात को डायरी में लिखते वक़्त मनोविज्ञान के प्रोफेसर, किम क्यूंग-इल की बात दिमाग में आती रही।
"यह सच है कि डर आप पर हावी हो जाता है, लेकिन हिम्मत करना तो व्यक्तिगत निर्णय होता है।"
हर किसी को डर लगता है। कभी नया काम शुरू करने पर, या अच्छा चलते-चलते अचानक डर सताने लगता है।
लेकिन डर को हिम्मत में बदल देने के बाद, हमारा दिन सहनीय से प्रभावशाली हो जाता है।
विश्वास कीजिए कि थोड़ी सी हिम्मत भी हमारे जीवन को कितना अच्छा बदल सकती है।
जीवन की कलाकृति को प्रभावशाली बनाने के लिए मेरी इच्छा, छोटे-छोटे कार्य और मेरा विश्वास ही इसकी शुरुआत है।
हमारे जीवन के छोटे-छोटे फैसले और कार्य मिलकर अंततः हमारे द्वारा देखे गए प्रभावशाली जीवन का निर्माण करते हैं, यह तथ्य हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।
इसे पढ़ रहे आप और इसे लिख रही मैं, दोनों एक जैसे ही हैं।
हर दिन को सहनीय नहीं बल्कि प्रभावशाली बनाने की छोटी-सी हिम्मत हमारे पूरे जीवन को बदल देती है।
हम सब अपने-अपने जीवन की कलाकृति को खूबसूरती से पूरा कर सकते हैं।
जीवन की प्रक्रिया में महसूस किए हर पल के प्रभावशाली होने की मैं तहेदिल से कामना करती हूँ।